श्री बजरंग सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा ने एक महत्वपूर्ण बयान जारी करते हुए कहा है कि गाय भारतीय संस्कृति, सभ्यता और आस्था की आत्मा है। सनातन परंपरा में गाय को “माता” का दर्जा दिया गया है और आज समय आ गया है कि केंद्र सरकार इसे आधिकारिक रूप से “राष्ट्रीय माता” घोषित करे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा ने कहा कि जिस प्रकार हमारे देश में राष्ट्रीय पशु, राष्ट्रीय पक्षी, राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रीय प्रतीकों को मान्यता मिली है, उसी प्रकार गाय को भी “राष्ट्र माता” का दर्जा मिलना चाहिए। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यह केवल धार्मिक आस्था का विषय नहीं बल्कि सांस्कृतिक, सामाजिक और पर्यावरणीय दृष्टि से भी अत्यंत आवश्यक है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा ने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि इस विषय पर संसद और राज्य सरकारों के सहयोग से सर्वसम्मति बनाई जाए और पूरे देश में गाय को “राष्ट्रीय माता” का दर्जा प्रदान किया जाए। ऐसा निर्णय देश की असंख्य जनता की भावनाओं का सम्मान होगा और साथ ही गो-सेवा व गो-संरक्षण के कार्यों को नई दिशा देगा।
हितेश विश्वकर्मा ने यह भी बताया कि पूरे भारतवर्ष में श्री बजरंग सेना की टीमें लगातार इस विषय पर सरकार को आवेदन सौंप रही हैं। प्रदेश, जिला और तहसील स्तर तक संगठन के कार्यकर्ता अभियान चलाकर ज्ञापन एवं आवेदन के माध्यम से सरकार का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब पूरे देश की जनता और सामाजिक संगठन इस विषय पर अपनी सहमति जता रहे हैं तो अब केंद्र सरकार को भी गंभीरता से विचार कर शीघ्र निर्णय लेना चाहिए।
अंत में हितेश विश्वकर्मा ने विश्वास जताया कि यदि गाय को “राष्ट्रीय माता” का दर्जा दिया जाता है तो यह न केवल सनातन धर्मावलंबियों की भावनाओं का सम्मान होगा, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा को नई ऊँचाई प्रदान करेगा।
जौनपुर से जिला ब्यूरो अमन विश्वकर्मा की रिर्पोट

