कथावाचक फिरोजाबाद से कथा व्यास पूज्य अमित महाराज की कृपा पात्र प्राची चैतन्यइनका जिस क्षेत्र में प्रोग्राम होता है क्षेत्र की जनता एकत्रित होकर पहुंचती है कथा आनंद लेनेश्रीमद् भागवत कथा जो एक प्राचीन हिन्दू ग्रंथ है और जिसका पारंपरिक रूप से रचयिता वेद व्यास को माना जाता है। यह ग्रंथ भगवान कृष्ण को सर्वोच्च देवता के रूप में प्रस्तुत करता है और भक्ति योग पर केंद्रित है। इसकी उत्पत्ति राजा परीक्षित को संत शुकदेव द्वारा सुनाई गई कथा से मानी जाती है, जो मृत्यु से पहले मोक्ष प्राप्त करना चाहते थे। ऐतिहासिक और पौराणिक पहलूउत्पत्ति: भागवत पुराण के अनुसार, इसका कथानक शुकदेव मुनि द्वारा राजा परीक्षित को सुनाया गया था, जब वे मृत्यु से पहले आत्म-ज्ञान प्राप्त करना चाहते थे। रचनाकार: पारंपरिक रूप से, इसे ऋषि वेद व्यास को श्रेय दिया जाता है, और इसे महाभारत के बाद रचा गया माना जाता है। परंपरा: श्रीमद्भागवत कथा का महत्व कलयुग में मोक्ष की प्राप्ति के लिए बहुत अधिक है। यह देवताओं के लिए भी दुर्लभ है और सप्ताह के सात दिनों में सुनने से भक्ति की प्राप्ति होती है।सभी भक्तों के उत्साह को देखकर महाराज जी भाव को देख कर आनंद में डूबे सभी भक्त वीरपाल कल्लू रहीस पाल कन्हैईलाल संदीप सत्यपाल वीरेश राजपूत मनोज राजपूत आदि लोग भक्त मौजूद रहेतिलहर से
रिपोर्टर विक्रम सिंह


