उत्तर प्रदेश पत्रकारिता प्रभारी
संवाददाता जे पी सिंह की रिपोर्ट
बहुआयामी समाचार
एम डी न्यूज़ अलीगढ
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर स्थित बृजघाट श्मशान घाट पर बीमा राशि हड़पने का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां अंतिम संस्कार के लिए लाया गया कथित शव, कफन हटते ही प्लास्टिक का पुतला निकला। सतर्क घाट कर्मियों की सूझबूझ से 50 लाख के बीमा घोटाले का पर्दाफाश हो गया।
घाट पर अंतिम संस्कार में मदद करने वाले नितिन को सबसे पहले शक हुआ। उन्होंने बताया कि “शव का वजन बेहद हल्का लग रहा था। जब चेहरे की पहचान कराने कहा गया तो चारों लोग बहाने बनाने लगे। इसी पर मैंने पुलिस को सूचना दी।”
तुरंत पहुंची पुलिस ने कफन खोला तो कहानी साफ हो गई—कपड़ों के नीचे प्लास्टिक का डमी था। जांच में सामने आया कि दिल्ली के व्यवसायी कमल सोमानी ने अपने कर्मचारी अंशुल कुमार के नाम पर बीमा पॉलिसी ले रखी थी। 50 लाख के लोन में डूबे आरोपी ने कर्मचारी को ‘मरा हुआ’ दिखाकर बीमा क्लेम लेने की योजना बनाई थी।
सर्कल ऑफिसर स्तुति सिंह ने बताया कि दो लोगों को मौके से पकड़ लिया गया, जबकि दो आरोपी फरार हैं। खास बात यह कि पुलिस जब कर्मचारी अंशुल से संपर्क में आई, तो वह पूरी तरह जीवित मिला और उसने कहा कि उसे बीमा पॉलिसी या किसी “मृत्यु” की जानकारी नहीं है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। श्मशान घाट पर पकड़ी गई यह चालाकी, बीमा धोखाधड़ी के अब तक के सबसे अजीब मामलों में से एक बताई जा रही है।

