लखनपुर (सरगुजा), 10 दिसंबर 2025।
सरगुजा जिले के लखनपुर चौपाटी के पास बीती रात लगभग 4 बजे एक भीषण सड़क दुर्घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। मिली जानकारी के अनुसार MH46BB9440 नंबर की बड़ी ट्रक का अचानक टायर फट गया, जिससे वाहन अनियंत्रित होकर सामने से आ रहे वाहन नंबर CG04QL8101 से जोरदार टक्कर मार दी। दुर्घटना इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहनों को भारी क्षति पहुँची और आसपास के लोगों में दहशत का माहौल बन गया।

घटना स्थल से गुजर रहे राहगीरों और स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि टायर फटने की तेज आवाज ने पहले ही लोगों को चौकन्ना कर दिया था। लेकिन कुछ ही सेकंड में सामने हुए भीषण टकराव ने स्थिति को बेहद गंभीर बना दिया। दोनों बड़े वाहनों की टक्कर के बाद सड़क पर मलबा फैल गया, जिससे रास्ता कई घंटों तक अवरुद्ध रहा। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई, जिससे आम लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

स्थानीय लोगों ने यातायात व्यवस्था को तुरंत बहाल करने के लिए पुलिस और प्रशासन को सूचना दी। सूचना मिलते ही लखनपुर पुलिस मौके पर पहुँची और राहत-बचाव कार्य शुरू किए। पुलिस ने दोनों क्षतिग्रस्त वाहनों को सड़क किनारे हटवाकर यातायात को धीरे-धीरे सुचारू किया। हालांकि, दुर्घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच टीम ने मौके पर ही मुआयना कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार की।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा इतनी तेजी से हुआ कि CG04QL8101 वाहन का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं, MH46BB9440 ट्रक का भी टायर फटने से बुरा हाल हो गया। सौभाग्य से, दुर्घटना में किसी बड़े जनहानि की खबर नहीं है, लेकिन आर्थिक क्षति काफी भारी बताई जा रही है। वाहन मालिकों को लाखों रुपए की मरम्मत लागत का सामना करना पड़ सकता है।

रात के समय इस व्यस्त मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही वैसे भी बढ़ जाती है। ऐसे में टायर फटने जैसी घटनाएँ जानलेवा साबित हो सकती हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि भारी वाहनों में टायर की नियमित जांच अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। कई बार अत्यधिक भार, सड़क की खराब हालत और टायरों की तकनीकी खामियों के कारण ये घटनाएँ सामने आती हैं। इस घटना ने एक बार फिर वाहन चालकों और मालिकों को सतर्क रहने की आवश्यकता की याद दिलाई है।

स्थानीय ग्रामीणों ने यह भी शिकायत की कि रात के समय इस मार्ग पर सड़क सुरक्षा उपायों की कमी है। कई स्थानों पर स्ट्रीट लाइटें खराब हैं, जिससे दृश्यता कम हो जाती है और दुर्घटनाओं की संभावनाएँ बढ़ जाती हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से सड़क सुरक्षा को लेकर त्वरित कदम उठाने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

पुलिस विभाग इस पूरी दुर्घटना की जांच कर रहा है। प्राथमिक जांच के अनुसार, टायर फटना हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है, लेकिन अन्य तकनीकी पहलुओं की भी जाँच की जा रही है। दोनों वाहनों के चालक-परिचालकों के बयान भी लिए जा रहे हैं, ताकि घटना के वास्तविक कारणों तक पहुँचा जा सके।

राहगीर रामदयाल तिवारी, जो घटना के समय मौके पर मौजूद थे, ने बताया — “तेज धमाके जैसी आवाज सुनाई दी। जब हम पास पहुँचे तो देखा कि दोनों वाहन आपस में बुरी तरह फंसे हुए थे। सड़क पर मलबा और धुआँ फैल गया था। वाहनों की लंबी लाइन लग गई थी और लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी।”

हलांकि प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए यातायात को लगभग दो घंटे में सामान्य कर दिया। लेकिन उस दौरान स्कूल-कॉलेज जाने वाले बच्चों, दवा लेने निकले मरीजों और सुबह-सुबह बाजार की ओर जाने वाले व्यापारियों को कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।

इस दुर्घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और भारी वाहनों की तकनीकी जांच पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे वाहनों में समय-समय पर टायर, ब्रेक और अन्य तकनीकी उपकरणों की जाँच अनिवार्य होनी चाहिए। लापरवाही किसी भी समय बड़ा हादसा जन्म दे सकती है।

घटना के बाद क्षेत्र के लोगों ने पुलिस प्रशासन से आग्रह किया है कि इस मार्ग पर रात के समय गश्त और निगरानी बढ़ाई जाए। साथ ही, सड़क पर गति सीमा का पालन करने के लिए अतिरिक्त चेतावनी बोर्ड लगाने की भी मांग की गई है।

रिपोर्ट
देवेंद्र मरकाम,
ब्यूरो चीफ, सरगुजा छत्तीसगढ़
मो.: 7879009598

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