रामपुर 19 दिसंबर जगत गुरु श्री 108 प्रियदर्शी जी महाराज रचित अभूतपूर्व ग्रंथ श्री कृष्ण चरित मानस रसायन- महाकाव्य के माध्यम से श्री मद भागवत ज्ञान यज्ञ
एमडी न्यूज़ बहुआयामी समाचार न्यूज़ चैनल
सहायक ब्यूरो चीफ रफीउल्लाह खान की रामपुर से स्पेशल रिपोर्ट
श्री वृंदावन धाम से पधारे श्री प्रियदर्शी महाराज के कृपा पात्र ब्रज रस रसिक श्री लीला रसिक जी महाराज एवं गुरू माता ब्रज रस रसिका श्री मती राधा रश्मि जी की अकारण कृपा से उत्सव पैलेस में कथा के अंतर्गत गुरू जी ने कहा कि
भाव, कुभाव, अनख अथवा आलस से किसी प्रकार भगवान का नाम लेने पर दसों दिशाओं में मंगल ही मंगल होता हैं जो भाव से भजते है भगवान उनके पीछे पीछे चलते है और उनका योग क्षेम बहन करते है और जो कुभाव से भजते है वो भगवान के वैरी कहलाते है जैसे रावण, कंश, हिरण्यकश्यप ये बेर भाव के भक्तकहलाते है भगवान इनको मार कर तार देते है ओर जो नखरे से भजते है भगवान कहते है वह भी हमारा भक्त कहलाता है उसको हम सदगुरु से मिला देते है और जो आलसी भक्त होता हैं बो बैठा बैठा जम्हाई लेता रहता है और बार बार चुटकी बजा कर राम राम कहता है मे उसका भी कल्याण कर देता हूं
इसलिए किसी प्रकार से भगवान का सुमिरन करने से जीव का कल्याण होता हैं । इस मौके पर गिरिराज सरन अग्रवाल, विनोद कुमार अग्रवाल, दिनेश कुमार अग्रवाल, रमेश चंद तुरैहा, शिवकांत अग्रवाल, कमल तुरैहा, सचिन गुप्ता, योगेश गुप्ता, सुधीर अग्रवाल, राजीव अग्रवाल, विपिन अग्रवाल, संजीव अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, शोभित अग्रवाल, पंकज अग्रवाल, कृष्ण अवतार गुप्ता, सर्वेश अग्रवाल ,विपिन शर्मा, पहलाद अग्रवाल ,अनिल शर्मा, दयाल प्रजापति, रवि कश्यप, घनश्याम अग्रवाल,रवि कश्यप, अनीता ,मुस्कान ,रेखा अग्रवाल, नीतू अग्रवाल आदि लोग मौजूद थे

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