, सहायिकाओं ने अंबिकापुर में धरना देकर निकाली रैली कलेक्टर का घेराव कर सौपा ज्ञापन— हिमांशु राज एम.डी. न्यूज़ वॉइस ब्यूरो चीफ अंबिकापुर जिला सरगुजा छत्तीसगढ़ ———-शासकीय कर्मचारी घोषित किए जाने सहित अन्य मांगों को लेकर प्रमुख मांगों के समर्थन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं द्वारा सोमवार को सामूहिक अवकाश लेकर एक दिवसीय हड़ताल किए जाने से 3000 से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रो में ताला लटका रहा ।शासन के द्वारा वेतन काटे जाने के साथ ही बर्खास्तगी की चेतावनी दिए जाने के बावजूद आंगनबाड़ी कर्मियों के द्वारा संभाग मुख्यालय
अंबिकापुर के कलेक्ट्रेट एसबीआई ब्रांच मार्ग में बड़ी संख्या में एकत्रित होकर न सिर्फ धरना को संबोधित करते हुए शासन को जमकर कोसा और रैली निकालकर कलेक्ट्रेट का घेराव कर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका संयुक्त मोर्चा के प्रांत व्यापी
आह्वान पर आंगनबाड़ी कर्मियों के द्वारा शहर में धरना प्रदर्शन किया गया। धरना में शामिल होने छोटे-छोटे बच्चों के साथ भी कार्यकर्ता ,सहायिका बड़ी संख्या में पहुंचे। दोपहर के समय तेज धूप और उमस भरी गर्मी के बीच छाता लेकर बैठे और हडताली कर्मियों ने कहा कि आज से करीब 50 वर्ष पूर्व आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन शुरू हुआ था इस अवधि में कई कार्यकर्ता अच्छे दिन आने का इंतजार में दम तोड़ चुके हैं जबकि कई कर्मचारी ऐसे है जो सेवानिवृत हो हो चुके हैं और कार्यरत कर्मी सेवानिवृत्ति के कगार पर हैं संघ की जिला अध्यक्ष अनूपा कुशवाहा ने कहा की आंगनबाड़ी कर्मचारी के द्वारा बीते कई वर्षों से शासकीयकरण के साथ शासकीय कर्मचारियों के सामान मिलने वाला हर लाभ दिए जाने की मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है मगर ना तो केंद्र सरकार उनकी बात सुन रही है न ही राज्य सरकार विधानसभा चुनाव के पूर्व भी उनके द्वारा आंदोलन किया गया था मगर सरकार ने ध्यान नहीं दिया प्रदेश में सरकार बदल दिया गया इस बार भी आंगनबाड़ी कर्मी आंदोलन कर शासन का ध्यान आकर्षण करा रहे हैं आंगनबाड़ी कर्मचारी बच्चों का सही ढंग से लालन पालन भी नहीं कर पा रहे हैं आंदोलन के बाद कार्यकर्ताओं का मानदेय 10000 तक पहुंचा है मगर यह राशि भी ना तो सम्मानजनक है ना ही जीव कोपार्जन के लायक ।




