उत्तर प्रदेश जूनियर हाई स्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ जनपद बदायूं द्वारा प्रादेशिक नेतृत्व के आवाहन पर प्रधानमंत्री भारत सरकार एवं मानव विकास मंत्री भारत सरकार को जिलाधिकारी बदायूं के माध्यम से ज्ञापन दिया।
रिपोर्टर प्रदीप पाण्डेय बदायूं
माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 1 सितंबर 2025 को शिक्षक पात्रता परीक्षा के विषय में देश के बेसिक शिक्षकों के संबंध में दिए गए निर्णय पर अध्यादेश लाकर संशोधित की जाने के संबंध में आज उत्तर प्रदेश के जूनियर हाई स्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ जनपद बदायूं द्वारा प्रादेशिक नेतृत्व के आह्वान पर माननीय प्रधानमंत्री जी भारत सरकार एवं माननीय मानव संसाधन विकास मंत्री जी भारत सरकार को जिलाधिकारी महोदय बदायूं के माध्यम से ज्ञापन दिया और अनुरोध किया कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा शिक्षकों को जिनकी सेवा अवधि 5 वर्ष से अधिक है

उनका शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने के आदेश दिए गए हैं जब उनकी नियुक्ति हुई थी तब वह नियुक्ति की अर्हता को पूर्ण कर चुके थे प्रदेश में 2011 में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू किया गया जिसमें इससे पूर्व की नियुक्ति में टैट को अनिवार्य नहीं माना गया था लेकिन इस आदेश में समस्त शिक्षकों को जिन की सेवा अवधि 5 वर्ष से अधिक है टेट की अनिवार्यता घोषित की गई है जिससे पूरा शिक्षक समाज सदमे में है तनाव ग्रस्त है

माननीय प्रधानमंत्री जी से ज्ञापन के माध्यम से अनुरोध किया गया कि अध्यादेश लाकर 10 अगस्त, 2017 के संशोधित अधिनियम में संशोधन कर एनसीटी के द्वारा 2013 अगस्त 2010 को जारी अधिसूचना के पूर्व के समय शिक्षकों को टीईटी परीक्षा से मुक्त करने का अनुरोध किया और मांग की कि अध्यादेश लाकर शिक्षकों को इस समस्या से मुक्त किया जाए जिससे शिक्षक अच्छे मन से अपने विद्यालय में नौ निहाल बच्चों को शिक्षा दे सके। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष प्रेमानंद शर्मा ने उपस्थित समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं से अनुरोध किया कि किसी प्रकार से परेशान होने की जरूरत नहीं है

अवसाद में न आए समस्या है तो उसका समाधान भी होगा और इसके लिए छोटे से लेकर बड़ा कितना भी संघर्ष करना पड़े हम संघर्ष करेंगे और 2010 से पूर्व नियुक्त शिक्षकों को टैट से मुक्त कराया जाएगा। महामंत्री फरहत हुसैन ने कहा कि इन कठिन परिस्थितियों में सभी को एक साथ एक आवाज पर एकत्र होकर संघर्ष में अपना सहयोग देना होगा और प्रजातंत्र में जनशक्ति की ताकत सर्वोपरि होती है सभी शिक्षकों को जो इससे प्रभावित हो रहे हैं वह जिससे प्रभावित नहीं हो रहा है वह सभी को मिलकर इस अध्यादेश को लाने के लिए साथ आना होगा और अपील की कि माननीय प्रधानमंत्री जी इस बारे में शिक्षकों की समस्या को गंभीरता पूर्वक लेते हुए शीघ्र ही कोई निर्णय लेंगे। पीयूष कुमार, यतेंद्र कुमार सिंह, अकबर अली खान, राजन यादव मोहम्मद जुबेर आदि में संबोधित किया। इस अवसर पर प्रेमानंद शर्मा, फरहत हुसैन, भुवनेश गोविल, जमीर अहमद, मोहम्मद विकार उद्दीन, मोहम्मद अयूब, करुणेश यादव, प्रीमेंद्र सिंह, अश्वनी सिंह तोमर, विजय सिंह, रोहित कुमार, नरेंद्र पाल सिंह, राकेश अग्निहोत्री, फखरुद्दीन, विशाल मिश्रा मदन मोहन भारती, सचिन रस्तोगी, अभिषेक गुप्ता, दीपक, पारस जुनेजा, असीम अली खान, हरीश कुमार गौतम, रजनीश कुमार, सलीम अहमद, अब्बास अहमद, मोहम्मद जुबेर अहमद, मुशर्रफ हुसैन, कुंवर पाल, सगीर अहमद, अजीत सिंह, अनीस उद्दीन, ओमपाल सिंह, अवधेश कुमार, मोहम्मद आबिद, मनीषा, अनिता कुशवाहा, जगपाल सिंह, मोहम्मद मुजम्मिल हुसैन, रिजवान अली खान, पुनीत आहूजा, प्रदीप कुमार सिंह, सोमदत्त शर्मा, अभिषेक चौहान, राजीव कुमार शर्मा, सुमन सक्सेना, शखी, शांति आदि।
