पंचायत सहायक होंगे ग्राम विकास के आधार — सतेन्द्र शर्मा पंचायत सहायक / एकाउंटेंट कम डाटा एंट्री ऑपरेटर के चार दिवसीय अनावासीय प्रशिक्षण का किया गया शुभारंभ नसीम अहमद स्योहारा।

उपनिदेशक पंचायती राज मुरादाबाद मंडल के कुशल निर्देशन में चल रहे डीपीआरसी गजरौला अमरोहा पर जनपद बिजनौर के विकासखण्ड नूरपुर एवं स्योहारा के पंचायत सहायकों की चार दिवसीय अनावासीय प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया। प्रशिक्षण में डीपीआरसी गजरौला सीनियर फैकल्टी कम मैनेजर सत्येंद्र शर्मा ने प्रशिक्षण में आए हुए जनपद बिजनौर के विकासखण्ड नूरपुर एवं स्योहारा के पंचायत सहायकों को प्रशिक्षण के उद्देश्य एवं पंचायती राज व्यवस्था की विषय में विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि 24 अप्रैल 1993 से पंचायतें वास्तविक रूप से अस्तित्व में आई और पंचायत को संवैधानिक दर्जा प्राप्त हुआ है। 73वां संविधान संशोधन विषय पर बात करते हुए प्रशिक्षक अब्दुल कादिर ने आए हुए प्रतिभागियों को बताया कि 73वां संविधान संशोधन में चुनाव की समय सीमा निश्चित की गई एवं महिलाओं को 33% आरक्षण व राज्य वित्त आयोग का गठन किया गया । प्रशिक्षक मौहम्मद वसीम ने द्वारा ग्राम पंचायत एवं ग्राम सभा के कार्य एवं उनके दायित्व का भी वर्णन किया गया। प्रशिक्षक ईशांत शर्मा ने सतत विकास के लक्ष्यों के स्थानीयकरण के विषय पर बात करते हुए कहा कि ग्राम पंचायतें 9 थीम पर कार्य करते हुए सतत विकास के लक्षण की प्राप्ति के लिए कार्य कर रही है। प्रत्येक पंचायत जो थीम में से प्रतिवर्ष एक थीम पर अपनी जीपीडीपी में शामिल करके ग्राम पंचायत के विकास की गाथा लिख रही है। प्रशिक्षण में रेखा सैनी के द्वारा मातृ भूमि योजना एवं पंचायत घरों के माध्यम से दी जा रही सेवाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रशिक्षण में डीपीआरसी गजरौला सीनियर फेकल्टी सतेन्द्र शर्मा, प्रशिक्षक ईशांत शर्मा,अब्दुल कादिर, मौहम्मद वसीम,रेखा सैनी,खुशी रानी,लव कुमार एवं पंचायत सहायक आदि मौजूद रहे।

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