बाराबंकी में देवा स्थित सूफी संत वारिस अली शाह के उर्स पर ऐतिहासिक मेले की शुरुआत 8 अक्टूबर 2025 दिन बुधवार को देवा शरीफ स्थित शेख मोहम्मद हसन गेट पर जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी की धर्मपत्नी शैलजा त्रिपाठी ने फीता काटकर की देवा मेला एवं प्रदर्शनी 2025 का शुभारंभ किया उन्होंने शांति का प्रतीक सद्भावना का प्रतीक सफेद कबूतर उड़ाकर मेले की औपचारिक शुरुआत की शुभारंभ के साथ ही ऑडिटोरियम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी आरंभ हुई सूफी संत सैय्यद हाजी वारिस अली शाह के पिता सैयद कुर्बान अली शाह की स्मृति में लगने वाला यह 10 दिवसीय मेला सदियों पुरानी परंपरा को जीवित करता है जो रब है वही राम है का संदेश देने वाले ए मेला गंगा जमुनी तहजीब और भाईचारे की मिसाल बना हुआ है उद्घाटन के दौरान शहनाई की मधुर धुन और पीएसी बैन्ड की प्रस्तुति से पूरा परिसर गूंज उठा उद्घाटन के पश्चात श्रीमती शैलजा त्रिपाठी ने मेल परिसर का निरीक्षण करते हुए कहा कि देवा मेला केवल उत्सव ही नहीं बल्कि आपसी सौहार्द और एकता का प्रतीक है यहां से निकलने वाला संदेश दुनिया भर में प्रेम और भाईचारे का संदेश देता है। रिपोर्टर रामानंद सागर
