ब्रेकिंग न्यूज़ मथुरा एम डी न्यूज़ रिपोर्टर जितेंद्र आगरा मंडल ब्यूरो प्रमुख जनपद मथुरा के विकासखंड चौमुंहा में विकासखंड स्तरीय किसान सभा एवं महा सदस्यता अभियान का सफल आयोजन किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता भरनाकलां के नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्री राजा राम शर्मा जी द्वारा की गई।कार्यक्रम में प्रमुख रूप से एडीओ (कृषि) श्रीमती अर्चना सिंह, जिला सहकारी बैंक शाखा प्रबंधक चौमुंहा, इफको उप क्षेत्र प्रबंधक श्री सतबीर सिंह, बी पैक्स साहर सचिव श्री रामबीर सिंह, एसएफए हॉटस्पॉट श्री दुर्गापाल सिंह एवं एमडीई श्री कुलदीप चतुर्वेदी उपस्थित रहे।कार्यक्रम का शुभारंभ उप क्षेत्र प्रबंधक इफको श्रीं सतबीर सिंह द्वारा अतिथियों एवं उपस्थित किसानों के स्वागत व अभिनंदन के साथ किया गया। उन्होंने किसानों को इफको नैनो यूरिया प्लस एवं नैनो डीएपी जैसे नवीन नैनो उर्वरकों के प्रयोग एवं उनके लाभों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।उन्होंने बताया कि नैनो उर्वरकों के प्रयोग से किसानों को कम लागत में अधिक पैदावार प्राप्त होती है तथा इससे मृदा की उर्वरा शक्ति भी सुरक्षित रहती है। साथ ही उन्होंने किसानों को नैनो उर्वरकों की प्रयोग विधि, सावधानियां एवं उनके पर्यावरणीय लाभों के बारे में भी अवगत कराया।सभा में इफको के अन्य उत्पाद जैसे जैव उर्वरक (एनपीके कंसोर्टिया, न्यूट्रॉनस, नैनो जिंक, नैनो कॉपर आदि) के उपयोग एवं फायदों की भी जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि एनपीके कंसोर्टिया में उपस्थित जीवाणु फास्फोरस एवं नाइट्रोजन की उपलब्धता पौधों तक पहुँचाकर मिट्टी की उत्पादकता को बढ़ाते हैं।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री राजा राम शर्मा जी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि “एम-पैक्स सदस्यता महाअभियान” एक राष्ट्रीय स्तर पर संचालित अभियान है, जिसका उद्देश्य सहकारी समितियों को सशक्त बनाना है। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे इस अभियान से जुड़कर समिति को मजबूत बनाएं तथा कृषि क्षेत्र में सामूहिक भागीदारी को बढ़ावा दें।उन्होंने यह भी कहा कि पारंपरिक रासायनिक खादों के अत्यधिक प्रयोग से न केवल जल स्रोत प्रदूषित हो रहे हैं बल्कि पर्यावरण पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में नैनो उर्वरक एक सुरक्षित, टिकाऊ एवं पर्यावरण के अनुकूल विकल्प के रूप में उभर रहे हैं।कार्यक्रम में जिला सहकारी बैंक शाखा प्रबंधक चौमुंहा द्वारा भी किसानों से एम-पैक्स सदस्यता महाअभियान से जुड़ने एवं समिति को सशक्त बनाने की अपील की गई।कार्यक्रम में लगभग 75 से 80 किसानों ने भाग लिया तथा उन्होंने नैनो उर्वरकों के प्रयोग का संकल्प लिया।

