उन्होंने पनगी खुर्द निवासी शिवानी नामक एक असहाय लड़की की पूरी शिक्षा का खर्च उठाने की जिम्मेदारी ली है, जिसके माता-पिता का निधन हो चुका है और भाई का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है।
मानवता की मिसाल
- शिक्षा का खर्च: चौकी इंचार्ज दिनेश कुमार पांडे ने शिवानी की पूरी शिक्षा का खर्च उठाने की जिम्मेदारी ली है।
- अंग वस्त्र दान: उन्होंने शिवानी को पहनने के लिए अंग वस्त्र भी दिए।
- मानवीय संवेदनाएं: उनके इस कदम से पुलिस और जनता के बीच मानवीय संवेदनाओं का सेतु मजबूत हुआ है।
सराहनीय पहल
- प्रेरणादायक उदाहरण: चौकी इंचार्ज के इस कदम को समाज के लिए प्रेरणादायक उदाहरण बताया जा रहा है।
- अनाथ बेटी का सहारा: इस पहल से शिवानी को एक नया सहारा मिला है और उसके भविष्य के लिए उम्मीदें बढ़ी हैं।
- मानवता की जीत: यह पहल मानवता की जीत है और समाज के लिए एक अच्छा संदेश है [1]।
