, दर्शक मंत्रमुग्धबहु आयामी समाचार एमडी न्यूज़ वॉइस ब्यूरो चीफ लखनऊ मंडल मोहम्मद आमिर 15 अक्टूबर लखीमपुर: दशकों पुरानी परंपरा और पूर्वांचल की जीवंत संस्कृति का संगम स्थल, प्राचीन दशहरा मेला लखीमपुर, अपनी ग्यारहवीं सांस्कृतिक शाम पर और भी रंगीन हो उठा। पांडाल में बजी मधुर धुनों की गूँज ने हर दर्शक के दिल को छू लिया।मुख्य अतिथि सीडीओ खीरी अभिषेक कुमार, पालिकाध्यक्षा डॉ. इरा श्रीवास्तव, ईओ संजय कुमार और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर इस सांस्कृतिक महाकुंभ का उद्घाटन किया। मंच पर संजोली पाण्डेय ने अपनी सुरमई प्रस्तुतियों से लोगों के मन-मस्तिष्क में संगीत और थिरकन का अमर अनुभव उकेरा। उनकी मधुर आवाज़ ने लोक संगीत के रंगों को जीवंत किया और हर श्रोता को आनंद और भावनाओं की लहर में बहा ले गया।उद्घाटन सत्र का संचालन समाजसेवी और साहित्यकार राम मोहन गुप्त ने किया। इस अवसर पर पालिका परिषद ने समाज और संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले लोगों का सम्मान भी किया। मंच पर एक-एक कर सम्मानित व्यक्तियों ने समारोह को और भी गरिमामयी बना दिया।सम्मानित व्यक्तियों में: एमआर सुजीत गुप्ता, सचिन प्रभाकर, अवधेश प्रताप सिंह, रामज्ञान, आदर्श मिश्रा, प्रमोद सिंह, प्रदीप सक्सेना, संतोष मिश्रा, पुत्तन मिश्रा, रवि श्रीवास्तव, सुनील शुक्ला, कीर्ति शुक्ला, आशीष चौबे, अंशू गौड़, मनोज राय, अरुण पाण्डेय, राजेश सिंह, और अन्य गणमान्य लोग शामिल रहे।विशिष्ट अतिथियों के रूप में वरिष्ठ अधिवक्ता प्रीतम सिंह बग्गा, भाजपा नेता उमा शंकर मिश्रा दद्दू, समाजसेवी इंद्रेश गुप्ता, यदुलेश मुरारी सक्सेना, और डॉ. पी के गुप्ता उपस्थित थे। सम्मेलन का संयोजन विजय गुप्ता, अजय गुप्ता, बृजेश पाल, अनिरुद्ध त्रिपाठी और राकेश कुमार ने कुशलतापूर्वक किया।मुख्य अतिथि ने आयोजन समिति की व्यवस्था, स्वच्छता और सुचारू संचालन की सराहना की। यह मेले का आयोजन केवल सांस्कृतिक प्रदर्शनी नहीं था, बल्कि समाज सेवा, संगीत और परंपरा के माध्यम से समुदाय की आत्मा और पहचान को उजागर करने का जीवंत उदाहरण बन गया।लखीमपुर के इस दशहरा मेले ने दर्शकों को सुर, थिरकन और भावनाओं की अद्भुत यात्रा पर ले जाकर प्रेरणा और आनंद का अमूल्य अनुभव दिया।









