बहु आयामी समाचार एमडी न्यूज़ वॉइस ब्यूरो चीफ लखनऊ मंडल मोहम्मद आमिर 15 अक्टूबर
लखीमपुर खीरी। सीपीआर जागरूकता सप्ताह के अंतर्गत तहसील पलिया व सीएचसी गोला में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा सीपीआर प्रशिक्षण दिया गया। पलिया में यह प्रशिक्षण एसएसबी गदनियां 39 वहिनी में एसएसबी जवानों को दिया गया तो वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोला में जन सामान्य एवं स्वास्थ्य कर्मियों को सीपीआर का प्रशिक्षण दिया गया, जिससे विषम परिस्थितियों में किसी की जान बचाई जा सके।
सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता ने बताया कि 13 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक सीपीआर जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत अलग-अलग कार्यक्रम किया जा रहे हैं। 14 अक्टूबर को तहसील पलिया व सीएचसी गोला में प्रशिक्षण का आयोजित किया गया। पलिया तहसील के अंतर्गत एसएसबी गदनियां 39 वाहिनी में कमांडेंट रविंद्र कुमार राजेश्वरी के नेतृत्व में एमडी फिजिशियन डॉ अजीत कुमार द्वारा सीपीआर का प्रशिक्षण दिया गया। सीएचसी अधीक्षक डॉ भरत सिंह द्वारा द्वारा जीवन बचाने की शपथ दिलाई गई। काउंसलर अंकित दीक्षित द्वारा हृदय संबंधी रोगों से बचने को लेकर काउंसलिंग की गई। इसी तरह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोला में जिरियाट्रिक फिजिशियन डॉ शिखर बाजपेई द्वारा आम जन-मानस व स्वास्थ्य कर्मियों को सीपीआर का प्रशिक्षण दिया गया। सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता ने यह भी बताया कि हृदयाघात मृत्यु का एक प्रमुख कारण है, जिसे प्रशिक्षित व्यक्तियों द्वारा समय पर कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) देने से जीवित रहने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं। यह एक जीवन रक्षक तकनीक है जो हृदयाघात के दौरान व्यक्ति को पुनर्जीवित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कई अध्ययनों से पता चला है कि सीपीआई के बिना कुछ ही मिनट में मस्तिष्क की छति हो जाती है और प्रत्येक मिनट की देरी से बचने की संभावना लगभग 10 प्रतिशत तक कम हो जाती है। तत्काल सीपीआर देने से जीवित रहने की संभावनाएं दो से तीन गुना तक बढ़ जाती है। इसीलिए शासन द्वारा इस सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। जिससे सीपीआई के महत्व को स्वास्थ्य कर्मियों सहित आम जनमानस तक पहुंचा जा सके और बड़ी संख्या में लोगों को सीपीआई के लिए प्रशिक्षित किया जा सके।



