रिपोर्ट:- विशाल कुमार कसौधन
निचलौल (महराजगंज):
आज सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर द्वारा आयोजित नौवें दीक्षांत समारोह में सरस्वती देवी पी.जी. कॉलेज, निचलौल की छात्राओं ने एक बार फिर उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए पूरे जनपद का मान बढ़ाया। इस अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल रहीं, जिन्होंने मेधावी छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक एवं प्रमाणपत्र प्रदान किए।

महाविद्यालय की छात्रा अर्पिता शर्मा ने वाणिज्य संकाय में सर्वोच्च अंक प्राप्त कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया, जबकि दूसरी छात्रा वैष्णवी मणि त्रिपाठी ने परास्नातक (समाजशास्त्र) में सर्वोच्च अंक अर्जित कर विश्वविद्यालय स्तर पर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

दोनों छात्राओं की इस ऐतिहासिक उपलब्धि से सरस्वती देवी पी.जी. कॉलेज परिवार, निचलौल नगर और पूरे महराजगंज जनपद में हर्ष की लहर दौड़ गई। सरस्वती ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के प्रबंध निदेशक एवं समाज सेवी श्री पवन दुबे ने दोनों छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि — “अर्पिता शर्मा और वैष्णवी मणि त्रिपाठी ने मेहनत, लगन और अनुशासन के बल पर यह सफलता अर्जित की है। यह केवल उनके व्यक्तिगत परिश्रम की जीत नहीं, बल्कि पूरे महाविद्यालय के समर्पित शिक्षकों के मार्गदर्शन और विद्यार्थियों के परिश्रम का परिणाम है।”

महाविद्यालय के प्राचार्य सुनील पांडेय ने कहा कि यह उपलब्धि कॉलेज के शैक्षणिक उत्कृष्टता और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि छात्राओं ने न केवल महाविद्यालय का गौरव बढ़ाया है, बल्कि अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्रोत भी बनी हैं।

इस गौरवशाली अवसर पर कॉलेज के समस्त अध्यापकगण, छात्र-छात्राएँ अत्यंत उत्साहित दिखे। कॉलेज परिसर में मिठाइयाँ बाँटी गईं और सभी ने दोनों छात्राओं को भविष्य में और ऊँचाइयाँ हासिल करने की शुभकामनाएँ दीं।

दीक्षांत समारोह के दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल डिग्री प्राप्त करना नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना और मानवता की सेवा करना है। उन्होंने सभी मेधावी विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।

सरस्वती देवी पी.जी. कॉलेज, निचलौल की यह उपलब्धि न केवल संस्था के लिए बल्कि पूरे जनपद के लिए गर्व का विषय है। कॉलेज प्रशासन ने कहा कि आने वाले समय में भी संस्था इसी तरह उत्कृष्ट शिक्षा और संस्कारों के माध्यम से विद्यार्थियों को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने के लिए निरंतर प्रयत्नशील रहेगी
