चिउटहा चौराहे पर महिलाओं ने किया चक्का जाम, पुलिस पर आरोपी को बचाने का आरोप; लाठीचार्ज कर हटाई भीड़।
महराजगंज, उत्तर प्रदेश।
महराजगंज जिले के सिंदुरिया थाना क्षेत्र स्थित चिउटहा चौराहे पर शुक्रवार की सुबह महिलाओं और ग्रामीणों ने चक्का जाम कर दिया, जिससे चारों तरफ से आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने पुलिस प्रशासन पर मारपीट और जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल के आरोपी को गिरफ्तार न करने और उसे “बचाने का प्रयास” करने का गंभीर आरोप लगाया।
मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस जब जाम खुलवाने में असफल रही, तो भीड़ ने पुलिस के खिलाफ “मुर्दाबाद” के नारे लगाने शुरू कर दिए। सड़क जाम होने के कारण कई वाहन फंस गए, जिनमें एक एम्बुलेंस भी यातायात में फंसी दिखाई दी।

ये है मामला
जानकारी के अनुसार, चिउटहा गांव की अनुसूचित जाति की निवासी कृष्णावती पासवान (पत्नी कृष्णानंद पासवान) ने घर के पास के ही मुन्नी देवी (पत्नी संजय), राहुल पांडेय (पुत्र संजय), और मुन्नी देवी की दोनों बहुओं के खिलाफ पुरानी रंजिश के चलते गाली-गलौज करने, जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करने और मारपीट करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी।
सिंदुरिया पुलिस ने इस मामले में 3 दिसंबर 2025 को विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया था।

48 घंटे बाद भी नही हुई गिरफ्तारी
प्रदर्शनकारी महिलाओं का आरोप था कि एफआईआर दर्ज होने के 48 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की, जिससे उनका गुस्सा भड़क गया और वे पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर उतर आईं।

क्षेत्राधिकारी सदर ने बहाल कराया जाम
स्थिति बिगड़ती देख सीओ सदर (सर्किल ऑफिसर) मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया। जब महिलाएं जाम हटाने को तैयार नहीं हुईं, तो पुलिस को हल्का बल (लाठीचार्ज) का प्रयोग करना पड़ा, जिसके बाद चक्का जाम को खाली कराया जा सका और यातायात सामान्य हुआ।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
किसी भी अप्रिय घटना या आगे के विवाद को रोकने के लिए, एडिशनल एसपी सिद्धार्थ कुमार ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। चौराहे पर चार थानों की पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है, ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे।
