कन्नौज के एक युवक को दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 15 लाख रुपये की ठगी की गई। आरोपी ने युवक को फर्जी दस्तावेज थमा दिए। जब युवक नौकरी के लिए दिल्ली पहुंचा, तब उसे ठगी का पता चला। पीड़ित ने अब पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। तालग्राम थाना क्षेत्र के खजुरियन नगला गांव निवासी योगेंद्र कुमार ने पुलिस को बताया कि लगभग नौ महीने पहले उनकी मुलाकात तिर्वा क्षेत्र के महतेपुरवा गांव के एक व्यक्ति से हुई थी। उस व्यक्ति ने योगेंद्र को DDA में नौकरी दिलाने का प्रलोभन दिया और इसके लिए 15 लाख रुपये की मांग की।

योगेंद्र ने बताया कि उसने पहले फोन पे के माध्यम से 70 हजार रुपये ट्रांसफर किए। इसके बाद 8 लाख 87 हजार रुपये सीधे आरोपी के बैंक खाते में भेजे। आरोपी लगातार और पैसों की मांग करता रहा, यह कहते हुए कि “साहब” पूरे पैसे दिए बिना नहीं मानेंगे। अंततः, योगेंद्र ने 5 लाख 43 हजार रुपये नकद भी दिए, जिससे कुल ठगी की रकम 15 लाख रुपये हो गई।
पैसे लेने के बाद, आरोपी ने योगेंद्र को दिल्ली विकास प्राधिकरण के कुछ दस्तावेज सौंपे और बताया कि उसकी नौकरी लग गई है। हालांकि, जब योगेंद्र को कोई ठोस जवाब नहीं मिला, तो वह उन दस्तावेजों में दिए गए दिल्ली के पते पर पहुंचा। वहां उसे पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है और सभी दस्तावेज फर्जी थे।
कन्नौज लौटने पर योगेंद्र ने आरोपी से अपने पैसे वापस मांगे, लेकिन आरोपी ने पैसे लौटाने से इनकार कर दिया और उसे धमकी देने लगा। इस घटना से परेशान होकर योगेंद्र ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
रिपोर्ट शिवम् यादव
