नियमों की बलि, भ्रष्टाचार की – अब विकास के नाम पर निजी खातों में धन का स्थानांतरण..
महराजगंज (निचलौल):निचलौल ब्लॉक के भेड़िया ग्राम पंचायत में विकास की आड़ में भ्रष्टाचार का एक और नया अध्याय सामने आया है। मनरेगा पार्क के निर्माण में मिट्टी भराई के नाम पर नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए 1,34,272 रुपये का भुगतान सीधे एक निजी व्यक्ति के खाते में कर दिया गया। यह मामला उजागर होने के बाद से ही प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है।
ये है पूरा मामला?
सरकारी नियमों के अनुसार, मनरेगा के तहत किसी भी निर्माण कार्य या सामग्री की आपूर्ति का भुगतान केवल पंजीकृत फर्मों या अधिकृत कार्यदायी संस्थाओं को ही किया जा सकता है। लेकिन भेड़िया ग्राम पंचायत में 15 अक्टूबर 2024 को धनराशि: ₹1,34,272
कार्य: मनरेगा पार्क में मिट्टी भराई।
अनियमितता: भुगतान किसी फर्म के बजाय एक निजी व्यक्ति के खाते में किया गया।
भेड़िया पंचायत पहले भी रहा वित्तीय अनियमितताओं की सुर्खियों में
यह इस पंचायत में वित्तीय धांधली का पहला मामला नहीं है।इससे पहले भी पंचायत सुर्खियों में रही है:3.79 लाख रुपये का संदिग्ध भुगतान पहले से ही जांच के घेरे में है।
मजदूरों द्वारा मजदूरी न मिलने की शिकायतें लगातार की जा रही हैं।
अब मिट्टी भराई के नाम पर यह नया खेल सामने आया है।
विसंगतियां और उठते सवाल
ग्रामीणों और जानकारों ने इस भुगतान पर कई गंभीर सवाल खड़े किए हैं:अवैध भुगतान: बिना किसी फर्म या अनुबंध के किसी व्यक्ति को भुगतान करना वित्तीय नियमों का खुला उल्लंघन है।
डिजिटल इंडिया पर चोट: जहाँ सरकार पारदर्शिता के लिए डिजिटल ट्रांजेक्शन और ‘वेंडर पेमेंट’ पर जोर दे रही है, वहाँ व्यक्तिगत खातों का प्रयोग भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।
मौन प्रशासन: क्या इस भुगतान से पहले तकनीकी और प्रशासनिक स्वीकृति ली गई थी?सरकार पारदर्शिता की बात करती है, लेकिन यहाँ अधिकारी और जिम्मेदार लोग मिलकर सरकारी धन का बंदरबांट कर रहे हैं। बिना फर्म के भुगतान होना सीधे तौर पर लूट है।”-नाराज ग्रामीण
निष्कर्ष
ग्राम पंचायत भेड़िया अब भ्रष्टाचार का केंद्र बनती जा रही है। बार-बार उजागर हो रही इन अनियमितताओं के बावजूद ठोस कार्रवाई न होना विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगाता है। अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या जिला प्रशासन दोषियों पर रिकवरी और कड़ी कानूनी कार्रवाई करेगा।
क्या कहते है ग्राम विकास अधिकारी राजीव रामचंद्रम
ग्राम विकास अधिकारी राजीव रामचंद्रन ने बताया कि मामले में फंसाया जा रहा है उन्होंने बताया सारे कागज़ात उनके पास है जरूरत पड़ने पर वे अपने अधिकारी के सामने प्रस्तुत करेंगे।
