
वाराणसी। राज्य पुलिस सेवा से हाल ही में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में पदोन्नत हुए अधिकारियों के “भारत भ्रमण कार्यक्रम” के दौरान वाराणसी पहुंचे 17 अधिकारियों से पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल मिले। पुलिस आयुक्त ने कैंप कार्यालय में इन पुलिस अधिकारियों से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान वाराणसी की पुलिसिंग, यातायात व्यवस्था, VVIP सुरक्षा प्रबंधन और आधुनिक तकनीकों के उपयोग से जुड़े अनुभव साझा किए। प्रोन्नत अधिकारियों में 9 महिला अधिकारी शामिल हैं।
वाराणसी कमिश्नरेट की कार्यप्रणाली से परिचय
मुलाकात के दौरान पुलिस आयुक्त ने अधिकारियों को वाराणसी कमिश्नरेट की कार्यशैली और संरचना की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कमिश्नरेट की प्रमुख शाखाओं यातायात नियंत्रण, डायल 112, SOG व सर्विलांस टीम, ड्रोन और एंटी-ड्रोन प्रणाली, VVIP सुरक्षा प्रबंधन, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर सुरक्षा और कमांड सेंटर की कार्यप्रणाली कैसे समन्वित होकर काम करती है।
उन्होंने कहा कि वाराणसी जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के शहर में प्रतिदिन बड़ी संख्या में आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इसके लिए पुलिस को हमेशा अतिरिक्त सतर्क रहना पड़ता है।
चुनौतियों और जिम्मेदारियों पर जोर
संवाद के दौरान साइबर अपराधों की बढ़ती चुनौती पर विशेष चर्चा हुई। पुलिस आयुक्त ने कहा कि अपराधियों से निपटने के लिए तकनीकी दक्षता हासिल करना और हमेशा एक कदम आगे की सोच रखना अनिवार्य है। उन्होंने महिला एवं बाल अपराधों पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई, भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहिष्णुता और निष्पक्ष पैरवी को पुलिस सेवा की मूलभूत जिम्मेदारी बताया।
सफल अधिकारी बनने का मंत्र बताया
पुलिस आयुक्त ने अधिकारियों से कहा कि ईमानदारी, नैतिक मूल्यों, कर्तव्यनिष्ठा और सत्य के मार्ग पर चलना ही एक सफल अधिकारी की असली पहचान है। उन्होंने प्रशिक्षुओं को प्रेरित करते हुए कहा, “अपने व्यक्तित्व को इन गुणों से संवारें, तभी आप प्रशासनिक सेवा में हीरे की तरह चमकेंगे।” इस अवसर पर अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय) शिवहरी मीणा सहित वाराणसी कमिश्नरेट के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे।
