
जनपद बाराबंकी तहसील व थाना रामनगर के अंतर्गत ग्राम मीतपुर बलिदान पुरवा केसियापुर हरि नारायणपुर गणेशपुर ललिता मैया मंदिर में माता के जयकारा गूंज रहे हैं जिसमें गांव की महिलाएं बच्चे और पुरुष बढ़कर हिस्सा ले रहे हैं । नवरात्रि एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जिसका धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व है। यह त्योहार देवी दुर्गा की आराधना और पूजा के लिए मनाया जाता है, जो शक्ति और स्त्रीत्व का प्रतीक है।

नवरात्रि का महत्व
- शक्ति की पूजा: नवरात्रि देवी दुर्गा की शक्ति की पूजा का पर्व है, जो ब्रह्मांडीय ऊर्जा का प्रतीक है।
- अच्छाई की जीत: देवी दुर्गा द्वारा महिषासुर के वध की कथा अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है।
- आध्यात्मिक शुद्धि: नवरात्रि के दौरान उपवास, पूजा, और ध्यान से आत्मशुद्धि और आध्यात्मिक विकास होता है।
- सांस्कृतिक उत्सव: नवरात्रि में गरबा, डांडिया रास जैसे पारंपरिक नृत्य और संगीत का विशेष महत्व है, खासकर गुजरात में।
- नौ रूपों की आराधना: नवरात्रि के नौ दिनों में देवी दुर्गा के नौ रूपों (शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धिदात्री) की पूजा की जाती है।
- स्त्री शक्ति का सम्मान: नवरात्रि स्त्री शक्ति और उनके योगदान का सम्मान करने का अवसर है।
- उत्सव और भक्ति: नवरात्रि भक्ति, संगीत, नृत्य और सामुदायिक उत्सव का समय है।

नवरात्रि के प्रमुख अनुष्ठान
- घटस्थापना: नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना की जाती है, जिसमें देवी की उपस्थिति का आह्वान किया जाता है।
- उपवास: कई लोग नवरात्रि के दौरान उपवास रखते हैं।
- पूजा और आरती: देवी दुर्गा की पूजा और आरती नवरात्रि के महत्वपूर्ण अनुष्ठान हैं।
- दुर्गा सप्तशती पाठ: देवी महात्म्य (दुर्गा सप्तशती) का पाठ नवरात्रि में विशेष महत्व रखता है।
नवरात्रि के प्रकार
- चैत्र नवरात्रि (वसंत नवरात्रि): चैत्र मास में मनाया जाता है।
- आश्विन नवरात्रि (शारदीय नवरात्रि): आश्विन मास में मनाया जाता है, जो अधिक प्रसिद्ध है।
नवरात्रि का त्योहार शक्ति, भक्ति और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, जिसे पूरे भारत में विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है।
रिपोर्टर रामानंद सागर
