सांड के झुंड से टकराई बाइक, दो दोस्तों की मौतः बदायूं में पेट में सींग घुसे, बहन के ससुराल देवी जागरण में जा रहे थे।
रिपोर्टर
प्रदीप पाण्डेय
बदायूं

बदायूं में सांड से टकराने के कारण बाइक सवार दो युवकों की मौत हो गई। युवक अपने मौसेरे भाइयों और दोस्त के साथ दो अलग-अलग बाइक से बहन के घर देवी जागरण में शामिल होने के लिए जा रहा था, तभी एमएफ हाइवे पर अचानक से सांड का झुंड सामने आ गया। जब तक ब्रेक लगाने की कोशिश करते, तेज रफ्तार बाइक झुंड से टकरा गई।
टक्कर के बाद दोनों युवक बाइक से गिर गए। तभी सांडों के
झुंड ने उन पर हमला कर दिया। सांड ने एक युवक के पेट में सींग घोप दी। वहीं दूसरा युवक भी सांडों के पैरों तले कुचल गया।

आगे चल रहे मौसेरे भाई और मौके पर मौजूद लोग मदद को दौड़े, पर सांडों के झुंड ने उन्हें भी दौड़ा लिया। हाइवे पर अफरा-तफरी मच गई। सांडों के उत्पात के बीच दोनों युवक काफी देर तक हाइवे पर छटपटाते रहे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने एंबुलेंस 108 की मदद से दोनों को सीएचसी पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र में मंगलवार रात की है।
मितरौली गांव निवासी विवेक ठाकुर (20) अपने दोस्त मुरादाबाद निवासी अमन उर्फ वंश वर्मा (20) के साथ मंगलवार को अपनी बहन राधा के ससुराल दातागंज कोतवाली के सदुल्लागंज गांव में देवी जागरण कार्यक्रम में शामिल होने बाइक से दातागंज जा रहा था। साथ में दूसरी बाइक पर विवेक के मौसेरे भाई सक्षम और मयंक चल रहे थे।

सक्षम और मयंक थोड़ा आगे चल रहे थे। विवेक और अमन पीछे चल रहे थे, तभी मंगलवार रात करीब 10 बजे एमएफ हाइवे पर फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र में मुड़िया धुरेकी चौराहे के पास अचानक से सांडों का झुंड सामने आ गया। विवेक ने ब्रेक लगाने की कोशिश की, पर तब तक बाइक झुंड से टकरा गई। दोनों जमीन पर गिर पड़े तो सांडों के झुंड ने उन पर हमला कर दिया।
एक सांड ने अमन के पेट में सींगे घोप दीं। दोनों सींगें पेट के आर-पार हो गईं। वहीं सांडों ने विवेक को पैरों तले कुचल दिया। आगे चल रहे मयंक, सक्षम और अन्य राहगीर मदद के लिए पहुंचे तो सांडों ने उन्हें दौड़ा लिया। सभी जान बचाकर भागे। करीब 20 मिनट तक सांडों का झुंट हाइवे पर तांडव करता रहा।
बाद में पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंची। लहूलुहान विवेक और अमन को बिसौली सीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने दोनों के शव
पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए
मुरादाबाद में करते थे फल कारोबार
मौसेरे भाई मयंक ने बताया- विवेक मुरादाबाद में फल का कारोबार करता था। अमन का भी फलों का ही कारोबार था। दोनों मुरादाबाद से ही बाइक लेकर रवाना हुए थे। दोनों करीब 4 साल से दोस्त थे।
इकलौते बेटे की मौत से टूटे माता-पिता
हादसे की खबर मिलते ही दोनों युवकों के घर मातम छा गया। विवेक अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। इकलौते बेटे की मौत की खबर सुनकर विवेक की मां आशा और पिता धीरेंद्र का रो-रोकर बुरा हाल है। धीरेंद्र भी मुरादाबाद में एक गेस्ट हाउस में नौकरी करते हैं। अमन के परिजनों को भी सूचना दे दी गई है और वे अस्पताल पहुंचे और शव लेकर वापस लौट गए। अमन तीन भाइयों में सबसे छोटा था।
