
बासदेवपुरम कॉलोनी में धूम धाम से डांडिया का आयोजन किया गया।
नवरात्रि का कार्यक्रम हो और डांडिया की बात न हो ये कैसे हो सकता है डांडिया गुजरात और राजस्थान का एक ऊर्जावान लोक नृत्य है, जो नवरात्रि उत्सव के दौरान किया जाता है. इस नृत्य में नर्तक दो सजी हुई लकड़ी की छड़ियाँ ‘डांडिया’ या ‘लाठी’ लेकर घेरे में घूमते हुए एक-दूसरे की छड़ियों पर लयबद्ध तरीके से वार करते हैं. इसे देवी दुर्गा और महिषासुर के बीच के युद्ध का प्रतीक माना जाता है, जहाँ छड़ियाँ दुर्गा की तलवार का प्रतिनिधित्व करती हैं.बासदेवपुरम कॉलोनी के लोगों ने भी कुछ ऐसा ही किया मिलजुलकर डांडिया का मैदान तैयार किया उसके बाद उसमें जमकर डांडिया किया सभी सहभागियों को बासदेवपुरम कॉलोनी की तरफ से अध्यक्ष और महामंत्री जी के सौजन्य से स्मृति चिन्ह भी दिया गया
