जिला संवाददाता -विशाल गुप्ता
बाराबंकी। महिलाएं हुनरमंद बनेंगी तभी देश का संपूर्ण विकास होगा, क्योंकि आर्थिक रूप से सशक्त और कुशल महिलाएं न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे समाज और अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव लाती हैं, उन्हें आत्मनिर्भर बनाती हैं और नई दिशा देती हैं, जिससे सामाजिक-आर्थिक प्रगति होती है.।
उक्त बाते पंचायत भवन बड़ागांव मे आज से शुरु हुए 15 दिवसीय जरी जरदोजी प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ करते हुए खण्ड विकास अधिकारी संदीप कुमार श्रीवास्तव ने कही उन्होंने कहा कि जरी जरदोजी प्रशिक्षण का शुभारम्भ अब केवल एक कला सीखने तक सीमित नहीं, बल्कि यह एक बड़े आर्थिक और सामाजिक बदलाव का हिस्सा बन गया है, जिसमें सरकार और स्वयंसेवी संगठन मिलकर कारीगरों, खासकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रहे हैं।
खादी ग्रामोद्योग प्रशिक्षण केंद्र डालीगंज लखनऊ की प्राचार्य श्रीमती तनुजा ने कहा कि एक जनपद एक उत्पाद के तहत जिले में जरी-जरदोजी के तहत स्वरोजगार को बढ़ाने के लिए लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है जो एक
महत्वकांक्षी योजनाओं में शामिल एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) का संचालित किया जा रहा है। इसके तहत जिले में जरी-जरदोजी का चयन किया गया है। ऐसे में जिले में जरी-जरदोजी के काम को आगे बढ़ने के लिए प्रदेश सरकार महिलाओ को प्रशिक्षित कर योजना से जोड़ने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से प्रशिक्षण दिया जा रहा है ।
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बड़ागांव के प्रधानाचार्य महेश चंद्र ने कहा कि शिक्षित और कुशल महिलाएं स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक मुद्दों पर बेहतर निर्णय लेती हैं, जिससे पूरे समाज की प्रगति होती है.
महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में यह प्रशिक्षण मील का पत्थर साबित हो रही है। इस योजना के तहत महिलाओं को पारंपरिक हुनर जैसे बुनाई, कढ़ाई और वस्त्र निर्माण में प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगारोन्मुख बनाया जा रहा है।
इस मौक़े पर खण्ड विकास अधिकारी रामनगर जितेंद्र कुमार ,ग्राम प्रधान प्रतिनिधि नूर मोहम्मद,
प्रशिक्षण प्रभारी महेंद्र प्रताप सिंह जितेंद्र नाथ शुक्ला प्रशिक्षक महशर जहां, पंचायत सहायक सैय्यदा बानो सहित प्रशिक्षार्थी महिलाए मौजूद रही।
