महिला आयोग उपाध्यक्षा का दौरा स्वास्थ्य, सुरक्षा और न्याय पर फोकस

अस्पताल, बंदीगृह, किशोरी गृह का किया गहन निरीक्षण

जनसुनवाई में दिए त्वरित कार्रवाई के निर्देश

बाराबंकी। राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्षा श्रीमती अपर्णा यादव ने बुधवार को जिले में एक दिवसीय दौरे के दौरान महिलाओं और बालिकाओं से जुड़ी व्यवस्थाओं की गहन पड़ताल की। उनके निरीक्षण और जनसुनवाई का केंद्र बिंदु रहा—बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, मानवीय व्यवहार, पुनर्वास और त्वरित न्याय।

जिला महिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण

राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष श्रीमती अपर्णा यादव ने सर्वप्रथम जिला महिला चिकित्सालय, बाराबंकी का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने भर्ती महिला मरीजों से सीधे संवाद कर इलाज, दवाओं की उपलब्धता और स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने प्रसूता महिलाओं को कंबल वितरित किए और सरकार की कन्या सुमंगला योजना की जानकारी प्रदान की। व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने आवश्यक सुधारात्मक निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछले निरीक्षण के बाद दिए गए निर्देशों का सकारात्मक असर दिख रहा है। एनआईसीयू में पहले जहां 12 बेड की सुविधा थी, अब वह 18 बेड तक बढ़ाई गई है, साथ ही कंगारू मदर केयर की व्यवस्था भी शुरू की गई है, जो मां और नवजात शिशुओं दोनों के स्वास्थ्य के लिए अहम कदम है।

महिला कल्याण व सेवा का संदेश

जेल निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष राज्य महिला आयोग श्रीमती अपर्णा यादव ने महिला बंदियों को जैकेट वितरित की और ठंड को देखते हुए कम्बल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने महिला बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से सिलाई-कढ़ाई और दर्दोजी कार्य के लिए प्रेरित किया। साथ ही गौशाला पहुंचकर गायों को गुड़ व बिस्कुट खिलाकर उनके संरक्षण का संदेश दिया। इसके अतिरिक्त उन्होंने महिला बंदियों के रहन-सहन, सुरक्षा, स्वास्थ्य, खानपान और विधिक सहायता से जुड़ी व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि महिला बंदियों को जेल नियमावली के अनुसार सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। उपाध्यक्ष ने कहा कि जो महिलाएं कानूनी जानकारी के अभाव में जेल में हैं, उन्हें तत्काल निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने साफ-सफाई, नियमित स्वास्थ्य परीक्षण, बच्चों के साथ रह रही महिलाओं की देखरेख और पोषण व्यवस्था की भी जानकारी ली। साथ ही, केंद्र व राज्य सरकार की सुधार और पुनर्वास योजनाओं का लाभ बंदियों तक पहुंचाने पर जोर दिया। इस अवसर पर जेल अधीक्षक, कुंदन सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी सूरज सिंह सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

किशोरियों के पुनर्वास और स्वावलंबन पर विशेष ध्यान

राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने राजकीय किशोरी सम्प्रेक्षण गृह का भी निरीक्षण किया। यहां उन्होंने किशोरियों/महिलाओं से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनी और मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लिया। भवन की रँगाई पुताई के निर्देश दिए, निरीक्षण के दौरान शयनकक्ष, भंडारगृह और रसोईघर की व्यवस्था देखी गई। उन्होंने अधीक्षिका को निर्देश दिए कि किशोरियों के पुनर्वास और स्वावलंबन पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि वे समाज की मुख्यधारा से जुड़कर आत्मनिर्भर बन सकें।

जनसुनवाई में त्वरित न्याय का संदेश

दोपहर बाद राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष श्रीमती अर्पणा यादव ने डीआरडीए सभागार में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में पीड़ित महिलाओं की समस्याएं गंभीरता से सुनीं। जनसुनवाई के दौरान उन्हें कुल 22 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए। उन्होंने सभी मामलों में तात्कालिक समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए। महिला आयोग की उपाध्यक्ष श्रीमती अपर्णा यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं और बालिकाओं को त्वरित न्याय दिलाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसी उद्देश्य से हर वर्ष मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है, ताकि महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति सजग और सशक्त बन सकें। उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि महिलाओं और बालिकाओं की शिकायतों को हल्के में न लें, बल्कि गंभीरता से समयबद्ध कार्रवाई करें, जिससे पीड़ितों को न्याय के लिए भटकना न पड़े और उनका मान-सम्मान सुरक्षित रहे।

हेल्पलाइन और आयोग तक पहुंच का भरोसा

मा0 उपाध्यक्षा ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 1076, 112, 1090, 1098,1930 और 181, 102, 108, 101 जैसी टोल फ्री हेल्पलाइन संचालित की जा रही हैं। किसी भी प्रकार की प्रताड़ना या सम्मान को ठेस पहुंचाने की स्थिति में महिलाएं बिना झिझक इन नंबरों पर शिकायत दर्ज करा सकती हैं। यदि समय पर न्याय न मिले तो राज्य महिला आयोग में भी सीधे शिकायत की जा सकती है, जहां पीड़ित महिलाओं और बालिकाओं को न्याय दिलाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।

ऑंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को दिया प्रशिक्षण

बाराबंकी। विकास खंड बंकी के सभागार में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और कार्यकर्त्रियों को पोषण, आयरन की कमी दूर करने तथा संतुलित आहार अपनाने के सुझाव दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने तमाम सुझावों से महिलाओं को प्रशिक्षित किया। साथ ही ऑंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों के मानदेय बढ़ाने का मुद्दा मुख्यमंत्री के समक्ष रखने का आश्वासन दिया।

जिले के अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की

अंत में उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने जिले के अधिकारियों के सकारात्मक पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष दिए गए निर्देशों का प्रभावी ढंग से पालन हुआ है, जो यह दर्शाता है कि प्रशासन और आयोग मिलकर महिलाओं के हित में ठोस कार्य कर रहे हैं।

अधिकारीगणों की रही उपस्थिति

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) श्री राज कुमार सिंह, परियोजना निदेशक श्री राकेश सिंह, सीओ सुश्री गरिमा पंत, जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री सूरज सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ राजीव सिंह, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन प्रभारी श्रीमती मुन्नी सिंह, महिला हेड कांस्टेबल दीप्ति गौतम, महिला थानाध्यक्ष सुश्री कुमारी रत्ना सहित जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, नायब तहसीलदार व अन्य सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
ब्यूरो चीफ रामानंद सागर

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