शोएब की रिपोर्ट चन्दौली
चंदौली: जिला के अंतर्गत चकिया मे एक निजी अस्पताल की लापरवाही से एक हंसते-
खेलते परिवार की खुशियां उजाड़ दीं। प्रसव के दौरान जच्चा और बच्चा दोनों की मौत होने के बाद परिजनों ने अपना धैर्य खो दिया। आक्रोशित परिजनों एवं ग्रामीणों ने अस्पताल परिसर में जमकर तोड़फोड़ की और डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग को लेकर घंटों हंगामा किया।प्राप्त जानकारी के अनुसार, चकिया नगर के वार्ड नंबर 12 शक्तिनगर के निवासी अनिल चौहान ने अपनी 25 वर्षीय गर्भवती पत्नी निक्की को तीन दिन पहले नगर के ही हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। परिजनों का आरोप है कि भर्ती के समय स्थिति सामान्य बताया गया। लेकिन बीते शनिवार की सुबह अचानक डॉक्टर ने महिला की हालत गंभीर बताते हुए उसे वाराणसी के बीएचयू (BHU) अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।रेफर किए जाने के बाद परिजनों ने आनन-फानन में महिला को वाराणसी पहुंचाया, लेकिन रविवार की शाम प्रसव के दौरान जच्चा और बच्चा दोनों की जान चली गई। इस दु:खद समाचार से परिवार में कोहराम मच गया। मौत से आक्रोशित परिजन और ग्रामीण शव को लेकर वापस चकिया स्थित निजी अस्पताल पहुंचे और संचालक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। देखते ही देखते विरोध प्रदर्शन बढ़ गया। और लोगों ने अस्पताल के फर्नीचर व अन्य उपकरणों में तोड़फोड़ शुरू कर दी।घटना की सूचना मिलते ही चकिया कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। परिजन डॉक्टर पर इलाज में देरी और गलत परामर्श का आरोप लगाते हुए मुआवजे की मांग पर अड़े थे। स्थिति को बिगड़ते देख पुलिस ने मोर्चा संभाला और प्रदर्शनकारियों को काफी मशक्कत के बाद समझा-बुझाकर शांत कराया। पुलिस ने आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।इस संबंध में चकिया थाना प्रभारी अर्जुन सिंह ने बताया कि पीड़ित परिवार की ओर से तहरीर प्राप्त हुई है। पुलिस मामले की गहनता से छानबीन कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मिलकर अस्पताल के रिकॉर्ड खंगाले जाएंगे।और यदि मेडिकल लापरवाही की पुष्टि होती है, तो संबंधित डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। क्षेत्र में तनावपूर्ण बनी हुई है। और पुलिस स्थिति पर नजर रखे हुए है।

