
एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर व एसपी सिद्धार्थनगर से पीड़ित दुकानदार ने लगाई न्याय की गुहार , डुमरियागंज थाने पर कार्रवाई न होने का लगाया आरोप
डुमरियागंज थानाक्षेत्र के कुसुम्ही गांव का है मामला
डुमरियागंज (सिद्धार्थनगर)
डुमरियागंज थाना क्षेत्र के कुसुम्ही ग्राम निवासी मनौव्वर पुत्र साहबुल्लाह ने मारपीट व दुकान में तोड़फोड़ के मामले में डुमरियागंज पुलिस की निष्क्रियता से आहत होकर एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर लखनऊ के साथ-साथ एसपी सिद्धार्थनगर को भी रजिस्ट्री के माध्यम से प्रार्थना पत्र भेजकर न्याय की मांग की है। पीड़ित का आरोप है कि स्थानीय थाना पुलिस ने घटना की सूचना देने के बावजूद न तो मुकदमा दर्ज किया और न ही उनका चिकित्सीय परीक्षण कराया।
प्रार्थना पत्र के अनुसार, 20 दिसंबर को दिन में करीब ढाई बजे गांव के ही एहतेशाम और आमिर उनके घर स्थित दुकान पर पहुंचे और अंडे का दाम पूछने लगे। मनौव्वर के अनुसार जब उन्होंने अंडे का दाम आठ रुपये पचास पैसे बताया तो दोनों आरोपी गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देने लगे और आठ रुपये में अंडा देने का दबाव बनाया। पीड़ित का कहना है कि विवाद शांत करने के लिए उन्होंने आठ रुपये में अंडा देने की बात कही, लेकिन गाली देने से मना करते ही दोनों आरोपी दुकान के अंदर घुस आए और लात-घूंसे से मारपीट करने लगे।
मारपीट में मनौव्वर को गंभीर चोटें आईं, वहीं आरोपियों ने दुकान में तोड़फोड़ कर लगभग 5 हजार रुपये का नुकसान भी किया। शोर सुनकर गांव के तसव्वर, असलम, तौसीफ और रेशमा मौके पर पहुंचे और बीच-बचाव कर किसी तरह पीड़ित की जान बचाई। आरोप है कि दोनों आरोपी जान-माल की धमकी देते हुए अपनी अपाचे मोटरसाइकिल छोड़कर मौके से फरार हो गए।
पीड़ित ने बताया कि घटना के तुरंत बाद उन्होंने थाना डुमरियागंज में सूचना दी, लेकिन पुलिस ने न तो उनकी रिपोर्ट दर्ज की और न ही चोटों का मेडिकल परीक्षण कराया। लगातार थाने के चक्कर लगाने के बावजूद कोई सुनवाई न होने पर मजबूर होकर उन्होंने उच्चाधिकारियों का दरवाजा खटखटाया।
मनौवव्र ने एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर लखनऊ व एसपी सिद्धार्थनगर से मांग की है कि दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
