MD News बहुआयामी समाचार चैनल जिला सहायक ब्यूरो प्रमुख – रोहित जैन बुढ़ाना, मुजफ्फरनगर

ऋषिकेश/मुजफ्फरनगर। पुलिस अभिरक्षा के दौरान गोलियों का शिकार हुए आपराधिक प्रवृत्ति के कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विनय त्यागी की एम्स ऋषिकेश में इलाज के दौरान मौत हो गई। इस घटना ने न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही की आशंका को भी जन्म दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, विनय त्यागी पुलिस कस्टडी में था, इसी दौरान उस पर फायरिंग की घटना हुई, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। हालत चिंताजनक होने पर उसे तत्काल एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया, जहां चिकित्सकों के तमाम प्रयासों के बावजूद उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
मामले का सबसे गंभीर और चौंकाने वाला पहलू यह है कि विनय त्यागी की पत्नी ने घटना से पहले ही अपने पति पर हमले की आशंका जताते हुए कई जगह शिकायतें दर्ज कराई थीं। पत्नी का दावा है कि उसने पुलिस व प्रशासन को संभावित खतरे से अवगत कराया था, इसके बावजूद सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए।
घटना के बाद परिजनों में भारी आक्रोश व्याप्त है। उनका कहना है कि यदि समय रहते चेतावनियों को गंभीरता से लिया जाता, तो इस दुखद घटना को टाला जा सकता था। वहीं, स्थानीय लोगों में भी पुलिस अभिरक्षा में अपराधियों की सुरक्षा को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
फिलहाल पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। हमलावरों की तलाश के साथ-साथ यह भी जांच की जा रही है कि सुरक्षा में कहां चूक हुई। उच्चाधिकारियों द्वारा पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तलब किए जाने की संभावना जताई जा रही है।
यह घटना पुलिस अभिरक्षा में बंद व्यक्तियों की सुरक्षा और प्रशासनिक जवाबदेही को लेकर एक बड़ा सवाल बनकर सामने आई है, जिस पर आने वाले दिनों में कार्रवाई की दिशा तय होना तय माना जा रहा है।
