*आज जामिया मिलिया इस्लामिया। में मौलाना मुहम्मद अली जौहर को याद करते हुए जश्ने ए जौहर का *प्रोग्राम किया गया जिसमें समाजवादी पार्टी के रामपुर के सांसद मोहिब्बुल्लाह नदवी समाचार न्यूज़ चैनल
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सहायक ब्यूरो चीफ रफीउल्लाह खान की स्पेशल रिपोर्ट
सम्मानित किया गया
सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने जामिया की विरासत और मोहम्मद अली जौहर का योगदान पर सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने अपने भाषण की शुरुआत विश्वविद्यालय के संस्थापक मौलाना मोहम्मद अली जौहर को.खराज अकीदत देते हुए कहा की। जामिया केवल एक शैक्षणिक संस्थान नहीं है, बल्कि यह स्वतंत्रता संग्राम और भारतीय तहजीब का एक जीवित प्रतीक है.जिसके संस्थापक मौलाना मुहम्मद अली जौहर को याद करते हुए कहा की आज़ादी के दीवाने, खिलाफत आंदोलन के अग्रणी नेता, और हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक थे। उन्होंने पत्रकारिता और अपनी जोशीली तकरीरों से अंग्रेज़ों को हिला दिया था। उनका प्रसिद्ध कथन “आज़ादी दो या कब्र के लिए जगह” भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए एक अमर नारा है।जौहर साहब सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि एक अज़ीम मुफक्किर, बेबाक पत्रकार और एक ऐसे जांबाज इंसान थे, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी देश की आज़ादी के लिए वक्फ कर दी। रामपुर में पैदा हुए इस अजीम शख्सियत ने महसूस किया कि अंग्रेजों की गुलामी से मुल्क को आज़ाद कराना सबसे बड़ी इबादत है सांसद मोहिबुल्लाह नदवी जी ने जौहर साहब के एक कथन का जिक्र किया जिसे जौहर ने कहा था”जहां तक ख़ुदा के एहकाम का तआल्लुक़ है, मैं पहले मुसलमान हूं, बाद में मुसलमान हूं, आख़िर में मुसलमान हूं– लेकिन जब हिंदुस्तान की आज़ादी का मसला आता है, तो मैं पहले हिंदुस्तानी हूं, बाद में हिंदुस्तानी हूं, आख़िर में हिंदुस्तानी हूं और सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने कहा कि हमें उनके जीवन से यह सीख लेनी चाहिए कि वतन की मोहब्बत, तालीम, और आपसी भाईचारा ही किसी कौम की असली ताकत है। आइए, हम मौलाना मुहम्मद अली जौहर के सपनों का भारत बनाने का संकल्प लें और जौहर डे प्रोग्राम मैं समाजवादी पार्टी के विधायक मा0 कमाल अख्तर सहाब आम आदमी पार्टी के विधायक अमानत उल्ला खान सहाब .जावेद अली सहाब. इमरान अली! सहाब मौजूद रहे यह जानकारी सांसद मीडिया प्रभारी एडवोकेट महबूब अली पाशा ने दी



