संवाददाता- ओम प्रकाश साहू । लखनऊ।
लखनऊ – सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में जल्द ही ग्राम पंचायत चुनाव की घोषणा हो सकती हैं।बता दें कि यूपी ग्राम पंचायत का कार्यकाल अप्रैल 2026 में पूरा हो जायेगा। जिससे चुनाव आयोग ने आगामी चुनाव को लेकर लखनऊ स्थित भवन में तैयारियां शुरू कर दी है। यानी चुनाव की घोषणा होने के बाद लोगों का पांच साल का इंतजार खत्म हो जायेगा। चुनाव आयोग द्वारा ग्राम पंचायत, जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत के चुनाव एक साथ कराने पर मंथन।
चुनाव आयोग द्वारा जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए इसकी सूचना लोगों को दी जाएगी। जिससे मौजूद सरपंच और नये प्रत्याशियों के बीच होगी प्रतिस्पर्धा।क्या मौजूदा उम्मीदवार बचा पायेंगे अपनी शाख।जनता उठायेंगी विकास का मुद्दा या फिर जाति के नाम पर वोट करेगी ये देखने वाला होगा। यूपी में चुनाव हो और जाती की बात न हो ऐसा हो ही नहीं सकता। बड़े-बड़े चुनावी मुद्दे जाति फैक्टर के आगे फीके पड़ते है। जिससे छोटे से बड़े चुनाव में इसका असर बेखूबी देखने को मिलता है।
क्योंकि यूपी जैसे बड़े राज्य में लोग राजनीति लाभ लेने के लिए जाति के नाम पर वोट का ध्रुवीकरण करते आ रहे हैं। जिससे आम जनता विकास के मुद्दे को भूल कर जाति के नाम पर बट जाती है। क्या हर बार कि तरह ही इस बार भी ऐसा ही नाजारा फिर से देखने को मिलेगा। मौजूदा सरपंचों के बस्ते जमा होने के नजदीक।इस चुनावी दौर में यूपी में माहौल गरम होने वाला है। प्रत्याशियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलने वाला है। जस-जस चुनावी दौर नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे लोगों और प्रत्याशियों के बीच चुनावी सरगर्मी बढ़ने वाली है।
बस चुनावी घोषणा होने की देर है। चुनावी नतीजों में बचा 6 माह से भी कम वक्त। छः महिने बाद यूपी ग्राम पंचायतों को मिलेंगे नये उत्तराधिकारी। लोगों द्वारा चुने जायेंगे नये सरपंच।जो लिखेंगे विकास की पराकाष्ठा। ग्राम पंचायत चुनाव ग्रामीणों को सशक्त बनाने और उनकी समस्याओं को केन्द्र तक पहुंचाने में अहम कड़ी होते है। केन्द्र की योजनाओं को गांवों में लागू कराना। गांव और शहर को आपस में जोड़ने का भी दारोमदार इन्हीं के पास होता है। यूपी जैसे राज्य में ग्राम पंचायत का चुनाव बहुत मायने रखता है।इस चुनाव में मतदाता बहुत ही बारीकी से उम्मीदवार का चयन करते हैं। ताकि वो गांव की परेशानियो को सरकार के समक्ष रख सके।
देखना इस बार के चुनाव में जनता अपने बीच किन मुद्दों को लेकर मतदान करेंगी।
