
आचार्य पण्डित श्रीराम शर्मा युगदृष्टा मनीषी: अशोक विश्वकर्मा।
वाराणसी।ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने युग निर्माण संस्था के संस्थापक स्वतंत्रता सेनानी आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा को उनके जन्म दिवस पर स्मरण करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा भारत के एक युगदृष्टा महान मनीषी थे। जिनका जन्म 20 सितंबर 1911 को हुआ था। जिन्होंने अखिल विश्व गायत्री परिवार की स्थापना की। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन मानव समाज की भलाई तथा सांस्कृतिक व चारित्रिक उत्थान के लिये समर्पित कर दिया। उन्होंने आधुनिक व प्राचीन विज्ञान व धर्म का समन्वय करके आध्यात्मिक नवचेतना को जगाने का कार्य किया ताकि वर्तमान समय की चुनौतियों का सामना किया जा सके। उनका व्यक्तित्व एक साधु पुरुष, आध्यात्म विज्ञानी, योगी, दार्शनिक, मनोवैज्ञानिक, लेखक, सुधारक, मनीषी व युगदृष्टा का समन्वित रूप था। उन्होंने विपुल साहित्य की रचना की जिसमें ४ वेद, १०८ उपनिषद, ६ दर्शन, २० स्मृतियाँ और १८ पुराणों के भाष्य सम्मिलित हैं। उन्होंने मथुरा में गायत्री तपोभूमि, मथुरा में ही घीयमण्डी में अखण्ड ज्योति संस्थान, हरिद्वार में युगतीर्थ शांतिकुंज, तथा ब्राहमवर्चस्व शोध संस्थान की स्थापना की।
