बाराबंकी; जिले के उचित दर विक्रेताओं को विगत तीन माह से उनके राशन वितरण का पारिश्रमिक का भुगताव आज तक नहीं हुआ है इसे लेकर जिले भर के कोटेदारों में आक्रोश व्याप्त है जहां दीपावली पर्व अंधकार से प्रकाश अर्थात अज्ञानता से ज्ञान (बुराई पर अच्छाई)का संदेश देता है वहीं जिले के जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के चलते कोटेदारों की दीपावली आर्थिक रूप से अंधकारमय हो गई।जबकि उत्तर प्रदेश सरकार सबका साथ और सबका विकास का दावा करती है।लेकिन जिम्मेदारों की मनमानी के आगे यह हवा हवाई साबित हो रहा है।सूत्रों के अनुसार जिले के कई कोटेदारों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हम लोगों की दशा अत्यंत दयनीय है लेकिन सरकार हमारी तरफ ध्यान नहीं दे रही है।अब देखना यह है कि सबका साथ और सबका विकास करने वाली सरकार उत्तर प्रदेश के कोटेदारों के साथ इस प्रकार का व्यवहार कर रही हैं जबकि अन्य राज्यों में कोटेदारों का पारिश्रमिक अलग है सरकार वन नेशन वन कमीशन क्यों नहीं लागू करती । उतर प्रदेश के कोटेदारों के साथ यह सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा।अब देखना यह है कि कोटेदारों की इस व्यथा पर सरकार कोई खास कदम उठाती है या नहीं।जबकि अन्य विभागों में दीपावली से पूर्व भुगतान कर दिया जाता है फिर कोटेदारों की उपेक्षाओं का अनादर क्यों किया जाता है।

मंडल ब्यूरो चीफ अयोध्या
तेज बहादुर शर्मा।
